प्रतापगढ़ जिले में गैंगरेप मामले में हो रही राजनीति।

हाल ही में प्रतापगढ़ जिले में आदिवासी बालिका के साथ गैंगरेप की मामला हुआ है। इस घटना के बारे में आप सभी को कुछ सच्चाई बताना चाहूँगा, हालांकि इस घिनोनी व दुःखद घटनाक्रम के बारे में कुछ नही लिखना चाहता था लेकिन एक बात याद आ गयी कि जब सच से ज्यादा झूठ का ज्यादा प्रचार होता है तब सच दब जाता है और झूठ भी सच बन जाता है और प्रतापगढ़ जिले की घटना में यही हो रहा है। सच को दबाने के लिये कुछ सत्ताधारी व विपक्षी नेता कुछ दिन से प्रतापगढ़ में ढोंग रचकर सच को दबाना चाह रहे हैं और साथ ही अपनी राजनीतिक रोटी भी सेंक रहे हैं।

एक बात समझनी पड़ेगी कि सत्ता में कांग्रेस के विधायक भी सीआई व थाने के स्टाफ को हटाने को लेकर मुख्यमंत्री महोदय को लेटर लिख रहे हैं और प्रतिपक्ष के नेता गुलाब जी कटारिया व प्रतापगढ़ के भाजपा नेता भी सीआई व पूलिस स्टाफ पर आरोप लगा रहे हैं। हकीकत यह है कि चोरी की वारदात में संदिग्ध पकड़े और उनके फोन में गैंगरेप के वीडियो मिले, इस वीडियो के आधार पर पीड़ित लड़की की पहचान कर पुलिस लड़की के घर तक पहुंची और लड़की को न्याय दिलाने व पहचान उजागर नही करने की बात करके उससे रिपोर्ट ली। इस रिपोर्ट के आधार पर बाकी मुजरिम व पनाह देने वाले व्यापारी तक पुलिस पहुंची। अब पुलिस की गलती क्या रही आप समझ गये होंगे कि कहानी क्या है।

वर्तमान विधायक के प्रति पीड़ित परिवार के अंदर खोंफ कितना है वो आप उनके ही पत्र में देख सकते है। जब धरियावद विधायक नागराज जी मीना पीड़ित के घर गये, इससे कुछ समय पहले पीड़ित लड़की व उनके मां-बाप को पता चला कि वो हमारे घर आ रहे हैं तो वे सब पीड़ित लड़की व उसके माता-पिता सहित घर छोड़कर भाग गये। भाजपा के नेताओं ने भी जब उस पीड़ित लड़की से मिलने की बात की तब भी वो लड़की व माता पिता घर छोड़कर भाग गये। अब इनकी राजनीतिक रोटियां सेंकने के चक्कर में पीड़ित लड़की व माता पिता को बार बार घर बार छोड़कर भागना पड़ रहा है।

इन राजनितिक पार्टियों के नेताओं का उद्देश्य यही है कि सच दब जाये और झूठ आगे आये। सच यह है कि 8-10 लोगों का गिरोह है जिन्होंने 30-35 नाबालिग व बालिक लड़कियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया है और साथ ही चोरी-डकैती की वारदातों को अंजाम देकर एक-दो व्यापारी को देते थे और यह व्यापारी व एक दो अन्य लोग उनको पनाह देते थे और यह झूठ है कि पुलिस ने रिश्वत ली और लापरवाही कर पीड़ित के घर जाकर उसको न्याय दिलाने का ढोंग रचना।

विपक्ष द्वारा सरकार को घेरने क़ी बात करना, यह सारे ढोंग रचे जा रहे हैं प्रतापगढ़ जिले में। इसी घटना को लेकर भविष्य का नतीजा यह बिल्कुल सही है कि कम से कम 30 से 35 नाबालिक लड़कियों के साथ गैंगरेप हुआ है लेकिन इस राजनीतिक नाट्यक्रम को देखकर सामने आई पीड़ितों के अलावा दूसरी कोई भी पीड़ित लड़कियां पुलिस प्रशासन से न्याय मिलने की उम्मीद नहीं कर अपने साथ हुए अन्याय को सहेगी और भविष्य में कोई भी पुलिस अधिकारी किसी पीड़ित को न्याय दिलाने के लिये आगे से पैरवी नही करेगा।

अब प्रतापगढ़ की जनता को मेरा संदेश है कि जो जो भी पीड़ित को न्याय दिलाने की बात करके पीड़ित के घर जाकर बालिका व माता पिता को जलील कर रहे हैं और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं, उनको लोकतांत्रिक तरीके से सबक सिखाओ। जोहार।।

4 thoughts on “प्रतापगढ़ जिले में गैंगरेप मामले में हो रही राजनीति।”

  1. ऐसे लोगो का तो सीधा एनकाउंटर कर देना चाहिए sir
    सड़क पर उतरना ही होगा । हाथ पे हाथ रख के बैठने से कुछ नही होगा जोहार 🙏🏹🌿

  2. BTP KO APNE MLA BADANE HONGE JISSE WO APNI MANGO KO VIDHANSABHA OR SARKAR KE SAMNE BHUMAT SE MANGO KO PURA KR SAKTI HE SO PARTY KO APNA DAYRA PURE MEWAR WAGAD ME FELANA HOGA …

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